थोड़ी सी मन की खटास अटूट प्रेम को भी मिटा सकती हैं|
पानी ने दूध से मित्रता की और उसमे समा गया , जब दूध ने पानी का समर्पण देखा तो उसने कहा :मित्र तुमने अपने स्वरुप का त्याग कर मेरे स्वरु...
पानी ने दूध से मित्रता की और उसमे समा गया , जब दूध ने पानी का समर्पण देखा तो उसने कहा :मित्र तुमने अपने स्वरुप का त्याग कर मेरे स्वरु...