आज कल के शादी विवाहों में थोडी सी नोक झोंक, लड़ाई झगड़ा तो प्राय: होते ही रहते है। चाहे वो डिजे पर डांस करते समय या दहेज को लेकर और कुछ शराबी नशे के हालत मे वाहियात हरक्कते करते रहते है। जो आज कल की एक मामूली सी घटना होकर रह गयी है,  लेकिन जो मैने घटना देखी वो मेरे हिसाब से मामूली घटना नही थी। जिसमे मै लडके कि ओर से पूरे बारात से लेकर सुबह विदाई तक अपने दो आखों के साथ-साथ अपनी तीसरी ऑख से पूरी घटना को देख रहा था, अब आप ये न सोचे, कि मै शिव हूं । तीसरी ऑख का मेरा संदर्भ कैमरे से है क्योकि वहां मै फोटोग्राफर के तौर पर था। जी यहा तो सब कुछ ठीक ठाक चल रहा था, डांस, द्वारपूजा ,जैमाल और खाना पीना ऐसे प्रोग्राम जिसमें लड़ाई या झगडा होने के चांस अधिक होते है वो सब शुभ विवाह की तरह सम्पन्न हुआ। दूल्हा दुल्हन को पूरी तरह से सजा कर मंण्डप में लोकाचार्य के दो पंडितो के साथ बिठाया गया जिसमें पंडित जी द्वारा कुछ मंत्रो से दोनो एक होने वाले थे तभी अचानक से मंण्डप के साथ पूरे गेस्ट हाउस में गहमा गहमी मच गयी किसी को कुछ समझ में नही आ रहा था कि आखिरकार हुआ तो क्या हुआ सब परेशान सबके चेहरे उदास खास तौर पर लडके के तरफ से जो आये थे वो तो ऐसे मालूम पड रहे थे कि जैसे कि दूल्हे ने ह्वट्सप और फेसबुक पर अभी अभी अपना स्टेटस पोस्ट किया हो कि मै ये शादी नही कर सकता। मै भी परेशान हुआ तभी कुछ देर बाद पता चला कि लडके कि तरफ से जो गहने लडकी के लिए लाने थे वो चोरी हो गया। अब चोर कौन है चोरी किसने की, घर का कोई अपना या कोई बाहर वाला? तभी मैने देखा की एक नवयुवती को कुछ लोग मिलकर बुरा भला कह कर पीट रहे थे, और कह रहे थे कि गहने कहा रखी हो, तुम्हारा समान कहा है तुमने ही गहने चुराया है। वो लडकी रो रही थी, मैने चोरी नही की। मेरे तो दिल ही टुट गया क्योकि मै उस लडकी को पूरी रात ताडता रहा और मजे लेता रहा और मेरा दिल गवाही नही दे रहा था कि वह चोरीनी हो सकती है। वह लडके वालो की तरफ से किसी रिश्तेदार की लडकी थी। अब उसके समान की तलाशी लेने कुछ लोग घर गये और गहने उसी के बैग मे मिले। आखिरकार घर पर हुआ क्या था सोचनीय है, क्या गहने उसने ही चुराये थे या उसके बैग मे डाले गये थे क्योकि कुछ लोग का कहना था कि रात मे वो लडकी घर पर कुछ समय के लिए उसी रूम की चाभी लेकर गयी थी। जिससे लोगो को यकिन था की वही चोर है और इसी बात को लेकर उसे मारा पीटा गया जिससे सामूहिक तौर पर लडकी की बदनामी हुई। खैर जो भी हो लोगेें ने इस बवाल को समझदारी से समेटते हुए शादी के अगले कार्यक्रम को आगे बढाया।
                         अपने समान की सुरक्षा स्वयं करें किसी अपनो पर भरोसा न करें।

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