हैरान हूँ मैं अपने पागल सा इश्क़ पर,
तो क्या वो राहें अनजान है...? जिसपर मैं चला रहा, एक मोड़ पर मुझे मेरा हमसफर मिला था, मिली थी वो सारी कायनात मुझे, शायद जिसकी तलाश थी मुझे...
तो क्या वो राहें अनजान है...? जिसपर मैं चला रहा, एक मोड़ पर मुझे मेरा हमसफर मिला था, मिली थी वो सारी कायनात मुझे, शायद जिसकी तलाश थी मुझे...